Join WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
YouTube Channel Join Now

लाल बहादुर शास्त्री पर निबंध हिन्दी में (Lal Bahadur Shastri Essay in Hindi)

लाल बहादुर शास्त्री पर निबंध हिन्दी में (Lal Bahadur Shastri Essay in Hindi): लाल बहादुर शास्त्री भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्ति माने जाते हैं। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था। उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सशक्त और संघर्षपूर्ण कार्य में भाग लिया और प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की। इसलिए लाल बहादुर शास्त्री को एक महान भारतीय नेता के रूप में याद किया जाता है। आज के इस लेख में हम लाल बहादुर शास्त्री पर निबंध 500 शब्दों में, 100 शब्दों में और 200 शब्दों में में भी मिलेगा। तो चलो दोस्तों आपका समय नष्ट न करते हम आगे बढ़ते है। 

लाल बहादुर शास्त्री पर निबंध 500 शब्दों में

भारत के दूसरे प्रधामंत्री रहे श्री लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म 02 अक्टूबर 1904 में वाराणसी के निकट मुगलसराय, उत्तर प्रदेश राज्य में हुआ था। लाल बहादुर शास्त्री ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय गांधीजी के नेतृत्व में भाग लिया और उनके साथ अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से आजादी के लिए संघर्ष किया।

पूरे भारत देश में 02 अक्टूबर को हम लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन के अवसर पर लाल बहादुर शास्त्री जयंती के रूप में मानते है। वहीं साथ की साथ हम 2 अक्टूबर को गांधी जयंती भी मानते है। इन दोनों नेताओं ने भारत की आजादी में बहुत ही संघर्ष किया और शास्त्री जी ने भारत के दूसरे प्रधामंत्री के रूप में बहुत से महत्वपूर्ण कार्यों को अंजाम दिया।

लाल बहादुर शास्त्री पर निबंध हिन्दी में | Essay on Lal Bahadur Shastri
लाल बहादुर शास्त्री पर निबंध हिन्दी में

लाल बहादुर शास्त्री जी ने भारत – पाक युद्ध, ताशकंद समझौता और किसानों के लिए हरित क्रांति में इन्होंने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शास्त्री जी ने ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा दिया, जिससे भारतीय सशक्ति को मजबूत करने का प्रयास किया गया।

लाल बहादुर शास्त्री का जीवन परिचय

जैसा की हम आपको पहले भी बता चुके है की शास्त्री जी का जन्म उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। बचपन में ही इनके पिता का देहांत हो गया था तब ये डेढ़ वर्ष थे। कम उम्र में ही इन्होंने महात्मा गांधी जी के असहयोग आंदोलन में भाग लिया तब के केवल सोलह वर्ष के थे और इन्होंने इस आंदोलन में भाग लेने की लिए अपनी पढ़ाई भी छोड़ दी थी।

इसके बाद इन्होंने काशी विद्यापीठ की एक संस्था में दाखिला लिया। यह संस्था ब्रिटिश शासन का खुल कर विरोध करती थी वहीं से इन्होंने ‘शास्त्री’ की उपाधि प्राप्त की थी, फिर जिससे वो लाल बहादुर शास्त्री बन गये।

शास्त्री जी दहेज़ के खिलाफ थे उन्होंने वर्ष 1927 में, उन्होंने चरखा और हाथ से बुने हुए कपड़े के वस्त्र ही स्वीकार किये और ललिता देवी से शादी की। भारत को आजादी मिलने के बाद, उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ दी गयी, जिनको इन्होंने बड़े अच्छे से निभाया।

भारत के पहले प्रधानमंत्री नेहरू के निधन के बाद लाल बहादुर शास्त्री जी ने 1964 में भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में सपथ ली। शास्त्री जी अपनी ईमानदारी, विनम्रता और कड़ी मेहनत के लिए प्रसिद्ध थे। उन्होंने अपना सारा जीवन भारत को प्रगति के राह पर ले जाने के लिए समर्पित कर दिया।

प्रधामंत्री के कार्यकाल में सबसे पहली बड़ी चुनौती सन 1965 में देश में सूखे के रूप में आयी। सूखे के कारन पूरे भारत देश में लाखों लोगों को प्रभावित किया। बड़े पैमाने पर फसल बर्बाद हो रही थी। तब शास्त्री जी ने हरित क्रांति की शुरुआत की और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए कई राहत उपाय शुरू किए। कृषि को आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया ताकि भारत को एक बार फिर से तरक्की की राह पर लाया जा सके।

लाल बहादुर शास्त्री के जीवन और कार्य में वे महानतम नेतृत्व और सेवाभाव के प्रतीक के रूप में याद किए जाते हैं। उनके साथी और देशवासियों के लिए उनकी योगदान को समर्थन और प्रेरणा के रूप में देखा जाता है, और उन्हें ‘शान-ए-हिन्द’ के रूप में सम्मानित किया जाता है।

इस प्रकार, लाल बहादुर शास्त्री भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण और प्रेरणास्पद व्यक्ति रहे हैं, जिनका योगदान हमें आज भी गर्व से याद आता है। उनके महानतम नेतृत्व के प्रतीक के रूप में वे हमारी सोच और क्रियाओं को प्रेरित करते हैं, और उनकी यादें हमें हमेशा महान भारतीयों के रूप में याद रहेंगी।

You May Also Likes

लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु

लाल बहादुर शास्त्री जी का निधन 11 जनवरी, 1966 को ताशकंद, उज़्बेकिस्तान की यात्रा के दौरान हुआ था। इनकी अचानक से मृत्यु के कारण आज भी सवाल उठते रहते है। शास्त्री जी की मृत्यु भारत और विश्व के लिए एक बड़ा झटका थी। शास्त्री जी ने अपना जीवन अत्यंत सादगी और ईमानदारी के साथ व्यतीत किया।

ICDSUPWEB Home page

Join Telegram Group Join WhatsApp Group
Mobile App Download YouTube Channel

FAQs – Lal Bahadur Shastri Essay in Hindi

सवाल: लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु कब हुई?

जवाब: लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु 11 जनवरी, 1966 को ताशकंद, उज़्बेकिस्तान की यात्रा के दौरान हुआ थी।

सवाल: लाल बहादुर शास्त्री का जन्म कब और कहां हुआ?

जवाब: शास्त्री जी का जन्म 02 अक्टूबर 1904 में वाराणसी के निकट मुगलसराय, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था।

सवाल: लाल बहादुर शास्त्री क्यों प्रसिद्ध थे?

जवाब: लाल बहादुर शास्त्री जी भारत के दूसरे प्रधामंत्री थे। इन्होंने भारत – पाक युद्ध, ताशकंद समझौता और किसानों के लिए हरित क्रांति जैसे कई अहम कार्य किये। और शास्त्री जी अपनी सादगी और ईमानदरी के लिए बहुत प्रसिद्ध थे।

सवाल: लाल बहादुर शास्त्री ने कौन सा नारा दिया था?

जवाब: शास्त्री जी ने “जय जवाब जय किसान” का नारा दिया था।

सवाल: लाल बहादुर शास्त्री जयंती कब आती है?

जवाब: यह लाल बहादुर जयंती हर साल 2 अक्टूबर को शास्त्री के जन्मदिन के दिन आती है।

सवाल: लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु कैसे हुई?

जवाब: रिपोर्ट्स की माने तो लाल बहादुर शास्त्री की मृत्यु दिल का दौरा पड़ने से हुई से हुई थी। लेकिन आज भी उनकी मोत को लेकर सवाल उठते रहते और कई लोग ये भी कहते है उनको जहर देकर मारा गया था।

Join WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
YouTube Channel Join Now
Mobile App Download Click Here
Google News Follow Now

Leave a Comment