बसंत ऋतु पर निबंध: हमारे देश में मौसम को छह ऋतुओं में विभाजित किया जाता हैं जिनके नाम इस प्रकार है: ग्रीष्म ऋतु, बसंत ऋतु, शीत ऋतु, वर्षा ऋतु, शिशिर ऋतु और शरद ऋतु। इन सबमें बसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा कहा जाता है। तो आज के इस लेख में हम बसंत ऋतु पर निबंध | Essay on Basant Ritu (Spring Season) in Hindi पर ही बात करेंगे और बसंत ऋतु पर निबंध 1000 शब्दों का नीचे दिया गया है।
बसंत ऋतु पर निबंध | Essay on Spring Season in Hindi
कई बार स्कूल, कॉलेज या अन्य जगहों पर बसंत ऋतु पर निबंध (Essay on Spring Season in Hindi) लिखने को कहा जाता है अगर आप भी किसी उद्देश्य से बसंत ऋतु पर निबंध ढूंढ रहे हैं तो आज आप सही जगह पर है। हमने इस खूबसूरत मौसम की जानकारी आपके समक्ष रखने के लिए कुछ खूबसूरत वाक्यों का चयन करके एक लेख लिखा है जिसे नीचे दिया गया है।
1000 Words Essay on Basant Ritu
Essay on Spring Season in Hindi – बसंत ऋतु हर साल ठंड के आखिर में आता है और हमारी प्रकृति की खूबसूरती को बढ़ाता है। इस मौसम में प्रकृति और खूबसूरत हो जाती है हर चीज रंगीन हो जाती है इस वजह से इसे मौसमों का राजा कहा गया है। भारत में अलग-अलग प्रकार के मौसम होते हैं जब ठंड खत्म होने लगती है और गर्मी के आने में थोड़ा वक्त होता है तो उस बीच के मौसम को बसंत ऋतु कहा जाता है। बसंत के मौसम को खूबसूरती की वजह से जाना जाता है, यह कैसा मौसम है जिस वक्त ना ठंड अधिक होती है ना गर्मी अधिक होती है।
इस खूबसूरत वातावरण में हमें प्रकृति का एक अलग रूप देखने को मिलता है। सभी फूल पत्ती खेलने लगती है, चारों तरफ हरियाली छा जाती है, मौसम खुशनुमा हो जाता है, मधुमक्खियों के छत्ते बनने शुरू होते है, और इस तरह प्रकृति एक नया खूबसूरत रूप आपके समक्ष प्रस्तुत करते है।
बसंत ऋतु की खूबसूरती को कवि और शायरों ने अलग-अलग कविता गजल और गानों के जरिए दर्शाने का प्रयास किया है। बसंत ऋतु को अंग्रेजी मौसम नाम के अनुसार स्प्रिंग सीजन (Spring Season) के नाम से जाना जाता है। यह मौसम हिंदू धर्म के अनुसार बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इस वक्त ज्ञान की देवी माने जाने वाली मां सरस्वती की पूजा होती है।
बसंत ऋतु का मौसम बहुत ही सुहाना होता है जो किसानों के लिए भी फायदेमंद होता है। हालांकि आज से कई साल पहले बसंत ऋतु का एक अलग रूप देखने को मिल रहा था मगर अधिक प्रदूषण के कारण बसंत ऋतु की खूबसूरती धीरे धीरे कम हो रही है। हमें पर्यावरण का सही तरीके से ख्याल नहीं रखा तो आने वाले समय में बसंत ऋतु का मौसम और कम हो जाएगा और यह मौसम खत्म हो जाएगा।
अपनी खूबसूरती और प्रकृति को आरामदायक बनाने की वजह से बसंत ऋतु को सभी मौसमों का राजा माना गया है। इस मौसम के बाद गर्मी परवान चढ़ने लगती है और उसके बाद वर्षा का मौसम आता है। हम कह सकते हैं कि मौसम की शुरुआत वसंत ऋतु से होती है। हमें इस मौसम का अनुभव करना चाहिए और प्रकृति को एक नए रूप में देखने का प्रयास करना चाहिए।
भारत में ऋतुओं के प्रकार
बसंत ऋतु पर निबंध | Essay on Spring Season: भारत में कुल 6 प्रकार की ऋतु पाए जाते हैं। ग्रीष्म ,वर्षा ,शरद ,हेमंत , शिशिर और वसंत ऋतु सभी मौसमों का अपना अलग आनंद एवं अलग महत्व होता है। परंतु वसंत ऋतु की बात कुछ अलग ही होती है। इसका इंतजार बूढ़े तथा बच्चे बेसब्री से करते हैं। इस मौसम के आते ही चारों तरफ हरियाली छा जाती है। आसमान नीला हो जाता है तथा मनुष्य पशु पक्षियों में एक अलग प्रकार का उत्साह एवं उमंग दिखाई देती है।
बसंत ऋतु की विशेषताएं
चारों तरफ एक अलग ही खुशहाली छा जाति है। बारिश की बूंदे सरसों के फूल पर मोती की तरह लगते हैं। तथा यह नजारा देखने लायक होता है। वसंत ऋतु किसानों एवं प्रेमियों के लिए बहुत ही खास माना जाता है। इस ऋतु में अलग-अलग प्रकार की फसलें तथा अलग-अलग प्रकार के फल फूल होते है। जो कि बहुत ही खास होते हैं। बसंत ऋतु के सुहाने मौसम में लोगों के सारे तनाव दूर हो जाते है और वह तनाव मुक्त हो जाते हैं। बसंत ऋतु में मां सरस्वती की पूजा भी की जाती है इससे मन को असीम शांति प्राप्त होती है तथा सभी सरस्वती मां की पूजा कर ज्ञान एवं बुद्धि वृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं।
बसंत ऋतु की खूबसूरती सबका मन मोह लेती हो तथा बच्चों, बूढ़ों और नौजवानों के लिए बिल्कुल अनुकूल मौसम है। इस मौसम में आपकी अलग ऊर्जा और एक अच्छी भावना बाहर आती हैं। इस मौसम में मस्तिष्क का बहुत ही कलाआत्मक रूप उभर कर सामने आता है तथा प्राकृतिक कवियों को नई-नई रचना करने का अवसर प्रदान होता है।
इस मौसम के आते ही सभी मधुमक्खियां फूलों से रस इकट्ठा करने का काम शुरू कर देती है। आसपास एक अलग ही फूलों की खुशबू फैली रहती है। जो कि एक अलग आनंद का अनुभव कराती है। तथा इसी मौसम में फलों के राजा आम भी बाजार में उपलब्ध होता है। तथा लोग उसे खाकर आनंद उठाते हैं। किसानों के लिए या रितु काफी फायदेमंद साबित होती है। इस ऋतु के आते-आते किसान की आधी फसल तैयार हो जाती है। एवं बसंत ऋतु उन फसलों को पूर्ण रूप से तैयार करने का काम करती है।
कब आती है बसंत ऋतु?
बसंत ऋतु का आगमन हर देश में अलग-अलग समय पर होता है पर भारत जैसे देश में इसका आगमन बसंत ऋतु ज्यादातर फरवरी मार्च और अप्रैल माह के मध्य तक अपनी सुंदरता बिखेरती हैं। इस मौसम में तापमान कम होता है। इसके आते ही पक्षी अपना गीत गाना शुरू कर देते हैं। फूल खिलना शुरू हो जाते है। और पेड़ों पर नए पत्ते आने भी आरंभ हो जाता है। आसमान पर घने बादल छा जाते हैं। तेज हवाओं और बरसात का आवरण हो जाता है। अतः हम कह सकते हैं कि बसंत ऋतु के मौसम में प्रकृति अपना रोमांच दिखाना शुरू कर देती है।
जैसा कि आप जानते हैं कि दुनिया में हर चीज के कुछ फायदे तो कुछ नुकसान जरूर होते हैं।
यह मौसम सर्दियों के अंत में तथा गर्मी शुरू होने से पहले के बीच में आता है। यह मौसम बहुत ही संवेदनशील मौसम माना जाता है। तथा इस मौसम के आते ही बहुत ही संवेदनशील बीमारियां भी साथ आते हैं। इस मौसम में खासकर चमड़ी से संबंधित बीमारियों का आगमन होता है। जैसे कि चेचक चिकन पॉक्स खसरा एवं चमड़ी का लाल होना इत्यादि बीमारियों का आगमन शुरू हो जाता है।
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बसंत ऋतु पर निबंध FAQs
प्रश्न: बसंत ऋतु कब आती हैं?
उत्तर: बसंत ऋतु सर्दियों का मौसम जाने के बाद शुरू हो जाती हैं। बसंत ऋतु ज्यादातर फरवरी मार्च और अप्रैल माह के मध्य तक अपनी सुंदरता बिखेरती हैं।
प्रश्न: ऋतुओं का राजा कौन है?
उत्तर: बसंत ऋतु को ऋतुओं का राजा कहा गया हैं।