आज के इस लेख में हम आपको बाज पर निबंध (Essay on Eagle in Hindi) में जानकारी साँझा की है। बाज पक्षी पर निबंध के साथ-साथ बाज पक्षी से जुड़े तथ्य [Interesting Facts About Eagle Bird] भी इस लेख में उपलब्ध कराया गया है। इस लेख में आपको पता चलेगा की बाज क्या खाते है? उनको कहां रहना पसंद है? उनकी उम्र कितनी होती है? और बाज से जुड़ी महत्व, तथ्य, तथा बाज पक्षी पर 10 लाइन भी लिखी गयी है।
बाज पर निबंध (Essay on Eagle in Hindi)
Essay on Eagle Bird – तेजतर्रार आंखें, बड़े-बड़े पंख, मजबूत पंजे और बिजली जैसी गति की जब बात आती है तो बाज पक्षी को कौन भूल सकता है। गरुड़ पक्षी से थोड़ा छोटा दिखाई देने वाला बाज पक्षी एक शिकारी पक्षी है। इस पक्षी को आपने भी कई बार देखा भी होगा। लेकिन इस शिकारी पक्षी की क्या खासियत है? इस पक्षी का रहन सहन कैसा है? यह पक्षी किस इलाके में रहता है? इस तरह की और भी कई सारी जानकारी बाज पक्षी के बारे में आपको इस लेख में हम बताने वाले हैं।
अक्षर अलग-अलग स्कूल कॉलेज और विश्वविद्यालय में बाज पक्षी पर निबंध लिखने को कहा जाता है अगर आप बाज पक्षी पर निबंध ढूंढ रहे हैं तो आज का लेख आपके लिए लिखा गया है। इसे पढ़कर आप आसानी से Essay on Eagle Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 and College Level (बाज पर निबंध) के बारे में समझ गए होंगे।
Essay on Eagle Bird 300 words [बाज पक्षी पर निबंध]
तूफान जैसी गति और दूरबीन जैसी आंखों के लिए पहचाने जाने वाला बाज पक्षी दुनिया के लगभग हर इलाके में पाया जाता है। बाज पक्षी की दुनिया में लगभग 60 से भी ज्यादा प्रजातियां मौजूद हैं। इन सभी प्रकार की प्रजातियों वाले बाज पक्षी की खासियत अलग अलग है और दिखने में भी यह एक दूसरे से काफी अलग हैं।
जिस तरह से जंगल का राजा शेर माना जाता है कि उसी तरह से पक्षियों का राजा बाज पक्षी को माना जाता है। क्योंकि पक्षियों की प्रजाति में यह सबसे ज्यादा खूंखार शिकारी पक्षी है। एक बार अगर किसी शिकार पर नजर डाल दी तो फिर समझो उस शिकार का काम तमाम।
बाज पक्षी क्यों इतना ज्यादा खूंखार और खतरनाक शिकारी पक्षी है इस बात का अंदाजा आप इसपर से लगा सकते हैं कि यह पक्षी किसी छोटी सी लोमड़ी को भी अपना शिकार बना सकता है। सोशल मीडिया पर इसके कई सारे वीडियो वायरल हुए हैं जिसमें एक बाज पक्षी एक छोटी सी लोमड़ी को अपना शिकार बना कर ले जा रहा है।
सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि कई बार तो बड़ा सा बाज पक्षी किसी हीरोइन के छोटे बच्चे को भी अपना शिकार बनाकर उड़ा ले जाता है। इसके अलावा बाज पक्षी के भोजन में छोटे खरगोश, चूहे, सांप, गिलहरी जैसे कई सारे स्तनपाई जीव शामिल है। बाज पक्षी अक्सर भोजन की तलाश में इधर-उधर भटकता ही रहता है। कई बार बाज पक्षी को समंदर में से मछली का शिकार करते हुए भी देखा गया है।
आपको जानकार हैरानी होगी कि बाज पक्षी ना सिर्फ उड़ने में माहिर होते हैं बल्कि तैरने में भी काफी माहिर होते हैं। हवा से ही यह पक्षी पता लगा लेते हैं कि मछली पानी में कहां कर रही है और 100 मील प्रति घंटे की रफ्तार से पानी में मछली के ऊपर झपट्टा मार देते हैं। जिसके बाद मछली का वजन लगभग नामुमकिन हो जाता है।
इन पक्षियों के पंजे भी इतने मजबूत होते हैं कि एक बार अगर किसी मछली को अपने पंजे में दबोच ले तो चाहे मछली कितना भी छठपटाए, वह बाज के पंजों से छूट नहीं सकती। वैसे देखा जाए तो नियमित रूप से बाज पक्षी 30 मील प्रति घंटे की रफ्तार से ही उड़ते हैं।
Essay on Eagle in Hindi 500 words
बाज पर निबंध: सबसे खूंखार और शिकारी पक्षी के नाम से पहचाने जाने वाला बाज पक्षी किसी समय दुनिया से लुप्त होने की कगार पर पहुंच गया था। लेकिन आज फिर से बाज पक्षी की तादाद लगभग सामान्य हो गई है। बाज पक्षी को सफाई कर्मी की भी उपमा दी जाती है। क्योंकि यह किसी भी इलाके में मरे पड़े जानवरों को सफाचट कर देते हैं।
बता दे कि बाज पक्षी पूरी जिंदगी एक ही इलाके में रह कर बिता देते हैं। हालांकि इन्हें खाने की तलाश में दूर-दूर के इलाके तक भटकते हुए देखा गया है। लेकिन जब घोसला बनाकर रहने की बात आती है तो कई सारे बाज पक्षी एक ही घोसले का इस्तेमाल जिंदगी भर भी करते हैं। हालांकि कुछ बाज पक्षी अपना घोंसला बदलते भी हैं।
बाज पक्षी के घोसले की बात करें तो यह पक्षी किसी मजबूत पेड़ पर अपना घोंसला बनाते हैं और इनके घोसले बहुत ही उचाई पर होते हैं। इन पक्षियों के घोंसले का व्यास 2 फीट से लेकर 4 फीट भी रह सकता है। घोंसला पुराना हो जाने पर यह पक्षी अपने उस घोसले को फिर से रिनोवेट करने का भी काम करते हैं। जिसके लिए नई सामग्री इस्तेमाल करते हैं। इसलिए इन पक्षियों के घोंसले काफी ज्यादा भारी हो जाते हैं।
बाज पक्षी की एक और खासियत की बात करें तो मादा बाज पक्षी नर बाज पक्षी के मुकाबले काफी ज्यादा बड़ी होती है। जानकारी के मुताबिक नर बाज पक्षी मादा बाज पक्षी के मुकाबले 25% छोटा होता है। आमतौर पर हमने देखा है कि कोई भी पक्षी हो या फिर जानवर नरमादा से बड़ा ही होता है। लेकिन बाज पक्षी के मामले में बिल्कुल उल्टा होता है।
बाज पक्षी भी अक्सर जोड़े में रहना पसंद करते हैं। जब मादा बाज पक्षी अंडे देती है तो लगभग 35 दिनों के अंतराल तक मादा बाज पक्षी अपने अंडों के ऊपर ही बैठी रहती है। इस समय नर बाज पक्षी उस मादा पक्षी के लिए शिकार करके खाना लाता है। बता दे कि मादा बाज पक्षी लगभग 1 से लेकर 3 अंडे भी दे सकती है।
बाज पक्षी के बच्चों की एक बड़ी खासियत यह होती है कि इस पक्षी के बच्चे काफी तेजी से बड़े होने लगते हैं। लगभग 6 हफ्ते में ही इन पक्षी के बच्चों का वजन 3 से 4 किलो तक भी हो सकता है। ऐसे मे आप समझ सकते हैं कि बाज पक्षी अपना घोंसला कितना मजबूती से बनाते होंगे।
बाज पक्षी की खासियत है कि यह आसमान में 10000 फीट की ऊंचाई पर भी उड़ सकता है। इतना ही नहीं बल्कि बिना पंख हिलाई हो कई घंटों तक हवा में उड़ता ही रह सकता है। जानकारी के मुताबिक बाज पक्षी हवा में ही लगभग 7 से 8 घंटे तक लगातार उड़ सकता है।
इतनी ऊंचाई पर होने के बावजूद भी अपने शिकार को बहुत आसानी से देख लेता है। क्योंकि इसकी आंखें इतनी तेज होती है कि यह 5 किलोमीटर दूर से ही अपने शिकार को देखने की क्षमता रखता है। वही बाज पक्षी के जीवन काल की बात की जाए तो यह लगभग 25 से 30 साल भी जिंदा रह सकते हैं।
बाज पक्षी कहां रहता है? [Where Does the Eagle Bird Live in Hindi?]
बाज पक्षी घोंसला बना कर रहते है। बाज पक्षी ज्यादातर दूसरे पक्षी के घोसले पर शिकार करना पसंद करते है और वहीं पर अपना घोंसला बनाते हैं। बाज का घोसला ऊंचे पेड़ों पर तथा पहाड़ों एवं चट्टानों पर मिलता है। वैसे तो एक समय था जब बाज पक्षी दुनिया के हर कोने में पाए जाते थे लेकिन अब धीरे-धीरे कम होते जा रहे कुछ जगहों पर तो विलुप्ति की कगार पर है। अंटार्टिका महाद्वीप के अलावा बाज सभी महाद्वीपों में पाया जाता है।
बाज पक्षी क्या खाता है? What Does an Eagle Bird Eat in Hindi?
दोस्तों की जैसा की हमने आपको बताया की बाज एक मांसाहारी पक्षी है। इसको सांप, चूहा, मेंढक, मछली खाना पसंद है। जंगलों में शेर, चीता, भेड़ियों या अन्य मांसाहारी जानवरों द्वारा छोड़े हुए मांस को भी खाते है।
पौराणिक काल में बाज पक्षी का महत्व The Importance of the Eagle Bird in Hindi
पौराणिक काल से ही बाज पक्षी को साहस और शक्ति का प्रतीक माना जाता रहा है। बाज की मजबूत मांस पेशियां, लंबे पंख और तेजी से हवा में उड़ने की शक्ति के कारण इसको आसमान का सबसे ताकतवर पक्षी माना जाता है। इसे फ्लाइट मशीन के नाम से भी जाना जाता है। प्राचीन काल में लोग कबूतर के माध्यम से सन्देश भेजते थे। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय भी दुश्मनों को कबूतर के माध्यम से संदेश से आदान-प्रदान को रोकने के लिए बाज पक्षी का ही इस्तेमाल होता था। प्राचीन काल में राजा महाराजा बाज पक्षी को पालते थे।
Interesting Facts About Eagle Bird in Hindi [बाज पक्षी से जुड़े तथ्य]
- बाज एक मांसाहारी पक्षी होता है और आकाश में यह 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी उड़ सकता है।
- इनका जीवन काल 70-75 वर्ष तक की होती है। 40 साल की उम्र पार करते के बाद बाज का पुनर्जन्म होता है, क्योंकि उसके पंजे, चोंच, पंख फिर से आते है। यह लगभग 5 माह की पीड़ा दायक प्रक्रिया होती है फिर वह 30 साल और जिता है।
- बाज की लगभग 1500 से 2000 प्रजातियां पाई जाती है।
- बाज पक्षी के शरीर की लंबाई 13 से 23 इंच की होती है तथा इसकी पंख की लंबाई 29 से 47 इंच होती है। वहीं नर बाज का आकार मादा बाज की अपेक्षा बड़ा होता है।
- दुनिया के अंदर सबसे छोटी प्रजाति का बाज का आकार 45 से 55 सेंटीमीटर होता है वहीं बड़ी प्रजाति का बाज का आकार 2 से 2.5 मीटर तक हो सकता है।
- बाज आसमान में सबसे तेज उड़ने वाला पक्षी है।
- बाज उचे पहाड़ों, घने जंगलों और रेगिस्तान में रहना पसंद करते हैं।
- खाने में यह सांप, चूहा, मेंढक, मछली व माध्यम आकर के पक्षियों को अपना शिकार बनाते हैं।
- बाज के नाक पर ट्यूबर सेल होने के कारण वह आसमान में उड़ान के समय आसानी से सांस ले सकता हैं।
- बाज अंटार्टिका महाद्वीप के अलावा सभी महाद्वीपों पर पाए जाते हैं।
- प्रजनन क्षमता की बात करे तो मादा बाज एक साल में 3 से 5 अंडे देती है।
- बाज 5 किलोमीटर दूर से भी अपने शिकार को देख सकता है।
Join Us on Telegram | Subscribe Our YouTube Channel
Essay on Eagle in Hindi FAQs
प्रश्न: बाज पक्षी की उम्र कितनी होती है?
उत्तर: औसतन उम्र 70 साल
प्रश्न: बाज पक्षी कितनी ऊंचाई पर उड़ता है?
उत्तर: 10000 फीट
प्रश्न: बाज पक्षी की कितनी प्रजातियां है?
उत्तर: लगभग 1500 से 2000 प्रजातियां
प्रश्न: बाज कितनी रफ्तार से उड़ सकता है?
उत्तर: 100 मील प्रति घंटा
प्रश्न: मादा बाज कितने अंडे देती है?
उत्तर: मादा बाज एक साल में 3 से लेकर 5 अंडे देती है।
निष्कर्ष (ईगल पर निबंध)
तो दोस्तों यह थी बाज पक्षी को लेकर पूरी डिटेल जानकारी। इस लेख में हमने आपको बाज पक्षी के जीवन (बाज पर निबंध) को लेकर हर जानकारी देने का प्रयास किया। यह जानकारी बच्चों से लेकर बड़ों तक के काम आ सकती हैं। उम्मीद है कि बाज पर निबंध | ईगल पर निबंध जानकारी आपके भी काम आएगी। इसलिए इसे लाइक करिए और जितना ज्यादा हो सके शेयर भी जरूर करिए।